जवाहर नवोदय विद्यालय गुलाबगढ़-चुहड़पुर में देर रात तीन युवकों के घुसने से स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। इस मामले में जहां आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए थी उसे कुछ लोगों ने बैठकर रफा दफा कर दिया। इससे पहले भी कई बार गर्ल्स हॉस्टल की खिड़कियां रात को खड़काई गई थी। इससे हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं डर गई थी। यह बात उन्होंने अपनी टीचर को भी बताई थी, लेकिन इसे बच्चों का वहम बताकर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।
शनिवार को माता-पिता स्कूल में अपने बच्चों से मिलने गए तो उन्होंने भी इस बारे में स्कूल के अध्यापकों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बात की। वहीं रविवार को गांव गुलाबगढ़ के ग्रामीण एकत्रित होकर स्कूल के प्रिंसिपल से भी मिलने गए थे। जहां गेट पर उन्हें पता चला कि प्रिंसिपल दिल्ली के लिए निकल चुके हैं, इसलिए वह बैरंग वापस लौट गए। बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों की बैठक सोमवार को गांव के शिव मंदिर में रखी गई है।
शुक्रवार रात तीन युवक जवाहर नवोदय विद्यालय में घुस गए थे। जिन्हें स्कूल के चौकीदार व सीनियर बच्चों ने देख लिया था। इसके बाद घेराबंदी करते हुए तीनों युवकों को पकड़ लिया गया, लेकिन एक युवक वहां से भागने में कामयाब हो गया। स्कूल के प्रिंसिपल ने लिखित में एक शिकायत बकायदा आरोपियों के नाम लिख कर थाना छछरौली में दी गई। इसके बावजूद तीनों युवकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस यह कह रही है कि युवक गलती से वहां चले गए थे। पुलिस यह भूल गई कि स्कूल में जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की रजिस्टर में एंट्री होती है। मुख्य गेट के अलावा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है।
तीनों युवकों के पकड़े जाने के बाद उनके गांव के मौजिज लोग, वन विभाग के अधिकारी व कुछ नेता एकत्रित होकर थाने में गए थे। वह स्कूल के प्रिंसिपल से भी मिले। आरोपियों में एक युवक वन विभाग में काम करता है। सभी लोगों ने भविष्य में युवकों से कोई गलती नहीं होगी इसका हवाला देकर राजीनामा करवा दिया। वहीं गुलाबगढ़ के लोगों का कहना है कि जवाहर नवोदय विद्यालय जिले का एकमात्र स्कूल है। इसलिए इसमें सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए।
जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल सुरेंद्र शेखावत ने बताया कि जिन दो युवकों को स्कूल के स्टाफ व बच्चों ने पकड़ा था उन्हें पुलिस ले गई थी। युवकों के गांव के मौजिज लोग थाने में गए थे और दोबारा ऐसी गलती न होने की जिम्मेदारी ली है।
थाना छछरौली एसएचओ लज्जा राम ने बताया कि इस मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं की गई। इसका निर्णय कमेटी ने खुद ही कर लिया था। हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई।
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